नयी दिल्ली । भारतीय हॉकी टीम के कप्तान और शीर्ष ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने अपने करियर के विकास में अहम भूमिका निभाने के लिए हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) को श्रेय दिया। हरमनप्रीत ने 234 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 205 गोल किए हैं। 2017 एचआईएल में ‘अपकमिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुने जाने से लेकर दुनिया के शीर्ष ड्रैग-फ्लिकरों में से एक बनने तक हरमनप्रीत के लिए यह एक शानदार यात्रा रही है। उन्होंने बताया कि कैसे इस लीग ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के बाद उन्हें आगे बढ़ने में मदद की है।
हरमनप्रीत ने हॉकी इंडिया (एचआई) की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हॉकी इंडिया लीग मेरे विकास का एक बड़ा हिस्सा था। लीग ने मुझे विभिन्न कोचों के अंतर्गत अलग खेल शैलियों से अवगत कराकर अपने कौशल को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान किया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लीग में खेलने से और विभिन्न देशों के खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से आपका दिमाग खुलता है और आपको सोचने के कई दृष्टिकोण और तरीके प्रदान करता है। ’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘यह सब भारतीय हॉकी के पुनरुत्थान में अहम हिस्सा था और इसने निश्चित रूप से तोक्यो ओलंपिक में हमारे प्रदर्शन को प्रभावित किया जहां हमने कांस्य पदक जीता। ’’ हरमनप्रीत ने कहा कि भारतीय हॉकी के लिए एचआईएल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता और देश के सभी खिलाड़ी इस लीग में हिस्सा लेने के लिए उत्साहित होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यह युवाओं के लिए भी दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने, उनके सोचने के तरीके, खेलने के तरीके में अंतर को देखने और अच्छी आदतें अपनाने का एक शानदार मौका होगा।