पहले भारतीय महिला टेबल टेनिस ने ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल जीता। उसके बाद गुरुवार को भारतीय पुरुष टीम ने भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। दरअसल, कजाकिस्तान के अस्ताना में चल रही एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में भारत को चीनी ताइपे से 0-3 से हार झेलनी पड़ी। जिसके बाद भारतीय टीम को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप में पुरुष टीम स्पर्धा में ये भारत का लगातार तीसरा पदक था। जिसने 2021 और 2023 सीजन में कांस्या पदक जीते थे। कुल मिलाकर ये महाद्वीपीय टेबल टेनिस मीट में भारत का सातवां मेडल था, जिसमें से सभी सात कांस्य पदक थे।
भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों को अपने उच्च रैंक वाले प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ शुरु से ही कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पांच बार के ओलंपियन और दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी शरत कमल ने दुनिया के 11वें नंबर के खिलाड़ी लिन युन जू के खिलाफ पहले मैच में भारत का नेतृत्व किया।
शरत दूसरे और तीसरे गेम में बढ़त बनाए रखने के बावजूद इसका फायदा नहीं उठा पाए और उन्हें 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।