आयरलैंड के खिलाफ लगातार दो जीत के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय पुरुष हॉकी टीम अपने से ऊंची रैंकिंग वाली इंग्लैंड टीम के खिलाफ सोमवार को एफआईएच प्रो लीग के मैच में इसी लय को कायम रखने के इरादे से उतरेगी।
टूर्नामेंट में औसत शुरूआत के बाद जीत की राह पर लौटी भारतीय टीम छह मैचों में 12 अंक लेकर फिलहाल चौथे स्थान पर है और घरेलू चरण पूरा होने से पहले और सफलता अर्जित करना चाहेगी।
दूसरी ओर इंग्लैंड छह मैचों में 13 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है जिसे पिछले मैच में स्पेन ने 4 . 1 से हराया।
पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम ने नये सत्र में आशातीत शुरूआत नहीं की। स्पेन और जर्मनी के खिलाफ भारत को मिली जुली सफलता मिली। स्पेन ने उसे 3 . 1 से हराया जबकि पेरिस खेलों में कांस्य पदक के मुकाबले में भारत ने इसी स्पेनिश टीम को मात दी थी।
रिटर्न मैच में भारत ने हालांकि स्पेन पर 2 . 0 से जीत दर्ज की।
पेनल्टी कॉर्नर भारत की कमजोर कड़ी बना हुआ है और इसी वजह से जर्मनी ने उसे 4 . 1 से हराया। कप्तान और अनुभवी ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की वापसी से हालांकि भारत ने दूसरे मैच में एक गोल से जीत हासिल की।
आयरलैंड पर दोनों मैचों में जीत के बाद भारत का मनोबल बढा होगा।
भारत के लिये मनदीप सिंह, जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, नीलम सेस, अभिषेक और शमशेर ने पिछले दो मैचों में 3 . 1 और 4 . 0 से मिली जीत में गोल दागे।
वहीं इंग्लैंड ने शूटआउट में जीत दर्ज करने के बाद स्पेन के खिलाफ दूसरा मुकाबला 1 . 4 से गंवा दिया। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम अब पांचवीं रैंकिंग वाली भारतीय टीम के खिलाफ जीत की राह पर लौटने को बेताब होगी।
इंग्लैंड की उम्मीदों का दारोमदार अनुभवी सैम वार्ड पर होगा जो अब तक लीग के इस सत्र में नौ गोल कर चुके हैं और सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
इंग्लैंड के लिये हालांकि भारत की रक्षापंक्ति को भेदना उतना आसान नहीं होगा जो प्रो लीग 2024 . 25 में बेहतरीन फॉर्म में है। भारत ने अब तक सिर्फ आठ गोल गंवाये हैं और नौ टीमों में वह सबसे कम गोल गंवाने वाली टीम है।
+ There are no comments
Add yours