हैदराबाद । केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि 2047 तक ‘विकसित भारत के विजन’ के अंतर्गत देश का लक्ष्य खेलों की दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शामिल होना है। उन्होंने कान्हा शांति वनम में ‘राइजिंग विद काइंडनेस’ पर अंतरराष्ट्रीय युवा संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का लक्ष्य 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के विकास के लिए अगले 25 वर्षों के ‘विजन’ के लिए हमने खेलों के लिए भी एक ‘विजन’ बनाया है कि भारत का लक्ष्य 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना है। ’’
खेल मंत्री ने कहा कि जब भारत 2047 तक विकसित देश बन जाएगा तो हमारा लक्ष्य खेल में देश को दुनिया के शीर्ष पांच में शामिल करना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने खेलो इंडिया समेत एक ‘इकोसिस्टम’ बनाया है, स्टेडियम बनाए हैं, टॉप्स जैसी योजनाएं और कीर्ति (खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन) जैसी परियोजनाएं बनाई हैं जिसमें प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की स्कूल स्तर पर ही पहचान की जाती है और उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है और साथ ही केंद्र सरकार उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए उनके खर्च वहन कर रही है। मांडविया ने कहा कि इस साल का बजट शत प्रतिशत युवाओं पर केंद्रित है जिसमें दो लाख करोड़ रुपये का वित्तीय परिव्यय है।